Monday, January 29, 2024

बहुमुखी प्रतिभा के धनी हैं सुशांत राजपूत


‘पवित्र रिश्‍ता’ सीरियल में मानव और अर्चना की प्रेम कहानी और उनकी जिंदगी की जद्दोजहद से दर्शक रूबरू हैं। जीटीवी प्रसारित पर होने वाले इस सीरियल में मानव देशमुख का किरदार निभा रहे सुशांत राजपूत ने कम ही समय में दर्शकों को अपनी अभिनय का कायल बना दिया। सुशांत की अभिनय क्षमता से आप पूरी तरह से वाकिफ हो चुके हैं, लेकिन क्‍या आप जानते हैं कि सुशांत एक बहुत अच्‍छे डांसर भी हैं। जिन दर्शकों ने ‘जरा नच के दिखा’ और ‘झलक दिखला जा’ डांस रियलिटी शोज देखें होंगे, वे सुशांत की इस प्रतिभा से जरूर वाकिफ होंगे। लेकिन बहुमुखी प्रतिभा के धनी सुशांत से व्‍यक्‍तित्‍व से जुड़े़ कई ऐसे और भी पहलू हैं, जिन पर से अभी तक पर्दा नहीं उठाया जा सका है।
वर्ष 1986 में दिल्‍ली में जन्‍में सुशांत चंडीगढ़ के एक राजपूत परिवार से ताल्‍लुक रखते हैं। इंजीनयिरंग प्रवेश परीक्षा में टॉपर रहे सुशांत ने जब दिल्‍ली इंजनियरिंग कॉलेज में एडमिशन लिया था, तब तक उन्‍हें भी नहीं पता था कि उनका कैरियर इंजीनियरिंग में नहीं, बल्‍कि अभिनय जगत में हैं। पढ़ाई में काफी अव्‍वल सुशांत, स्‍वभाव से थोड़े शर्मीले माने जाते हैं, जिसका कारण 16 वर्ष की उम्र में उनके सिर से मां का गुजर जाना है।
सुशांत को अभिनय और डांस में से क्‍या अधिक पसंद है ? निश्‍चित रूप से  आपका जबाव होगा अभिनय, लेकिन यह पूरा सच नहीं है। सुशांत को अभिनय से अधिक डांस पसंद है और आप यह सुनकर हैरान रह जाऐंगे कि सुशांत डांसिंग में अपना कैरियर बनाना चाहते थे। डांसिंग के कैरियर में उनके सफर की शुरूआत दिल्‍ली इंजीनियरिंग कॉलेज में पढ़ाई के दौरान हुई। बालीवुड के मशहूर कोरियोग्राफर श्‍यामक डावर के दिल्‍ली में आयोजित एक डांस शो को देखने पहुंचे सुशांत को डांस का चस्‍का यहीं से लगा और उनमें डांस सीखने का जुनून सवार हो गया। यहीं पर सुशांत को आभास हुआ था कि वह इंजीनियर नहीं, बल्‍कि कुछ और हैं। फिर क्‍या था, देखते ही देखते उन्‍होंने श्‍यामक डावर की डांस क्‍लास ज्‍वाइन कर ली। श्‍यामक सुशांत की डांसिंग प्रतिभा से काफी प्रभावित हुए और उन्‍हें कई एवार्ड समारोहों में भाग लेने के मौके दिलवाए। इस दौरान सुशांत को आस्‍ट्रेलिया में आयोजित कॉमनवेल्‍थ गेम 2006 में अभिनेत्री ऐश्‍वर्या राय के साथ डांस करने का  मौका मिला। आस्‍ट्रेलिया से लौटते ही सुशांत ने तत्‍काल दिल्‍ली में बेरी जॉन थियेटर ज्‍वाइन कर लिया। इस दौरान उनकी इंजीनियरिंग की पढ़ाई बाधित होती रही, इसके पहले कि उन्‍हें कॉलेज से निकाला जाता, सुशांत ने इंजीनियरिंग को बॉय-बॉय कह दिया, साथी ही दिल्‍ली को भी टाटा बोलकर मुंबई चले आए। हालांकि सुशांत के इस फैसले से उनके परिवार वाले सहमत नहीं थे बावजूद इसके सुशांत ने अपने दिल की सुनी।
कहते हैं कि यदि ईमानदारी और मेहनत से किसी काम की शुरूआत की जाए तो उसमें सफलता जरूर मिलती है। सुशांत के साथ भी यही हुआ, मुंबई पहुंचते ही सुशांत जल्‍दी ही कई मशहूर लोगों के संपर्क में आ गए। उन्‍हें एश्‍ले लोबो की डांस ग्रुप में डांस का मौका मिला, स्‍टंट मैन एलन और अमीन से उन्‍होंने मार्शल आर्ट सीखी, नादिरा बब्‍बर थियेटर ग्रुप से जुड़े रहे और मोहित सूरी द्वारा निर्देशित राज-2 में सहायक निर्देशन भी किया।
सुशांत को बालाजी टेलीफिल्‍म ने नादिरा बब्‍बर के एक नाटक में निभाए गए एक किरदार से प्रभावित होकर ‘किस देश में है मेरा दिल’ सीरियल में अभिनय का मौका दिया। यह सीरियल स्‍टार प्‍लस पर प्रसारित होता था। फिर तो सुशांत की निकल पड़ी और उन्‍होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। इस सीरियल में अपने अभिनय क्षमता से सुशांत ने न केवल दर्शकों की वाहवाही बटोरी बल्‍कि बालाजी टेलीफिल्‍म को भी अपना मुरीद बना लिया। तभी तो बालाजी टेलीफिल्‍म बैनर के अगले सीरियल ‘पवित्र रिश्‍ता’ के लिए सुशांत को लीड रोल ऑफर किया गया। पवित्र रिश्‍ता में मिले मानव देशमुख की लीड भूमिका को सुशांत ने बेहतरीन ढंग से प्‍ले किया, जिसके लिए पूरी इंडस्‍ट्री में उनकी सराहना हुई।
डांसिंग, एक्‍टिंग के बाद सुशांत निर्देशन का गुर सीखने के लिए न्‍यूयार्क स्‍थित फिल्‍म एकेडमी भी गए, जहां उन्‍होंने फिल्‍म निर्देशन से जुड़ी कई बारीकियां सीखीं। कोई आश्‍चर्य नहीं, कल सुशांत फिल्‍म व सीरियल निर्देशन में कूद पड़े।
सुशांत एक सामाजिक कार्यकर्ता भी हैं। सुशांत का मानना है कि लोगों को र्इंधन सहित अन्‍य प्राकृतिक संसाधनों के अनुचित दोहन के खिलाफ आगे आना चाहिए। इसके अलावा सुशांत गरीब बच्‍चों की शिक्षा सहयोग में मदद के लिए भी समय निकालते हैं और उनकी भोजन आदि खर्च में मदद करते हैं। हाल ही सुशांत ने एक एनजीओ ज्‍वाइन किया है1
सुशांत को अपने खास दोस्‍तों के साथ पार्टी करना, बरसात के मौसम में लांग ड्राइव पर जाना और पसंदीदा स्‍वादिष्‍ट भोजन करना बहुत पसंद है। शर्मीले स्‍वभाव के रूप मशहूर सुशांत हालांकि कभी अपनी निजी जिंदगी में बात करने से कतराते हैं, लेकिन अभी हाल में उन्‍होंने स्‍वीकार किया है कि वो पवित्र रिश्‍ता सीरियल में उनकी पत्‍नी का रोल निभा रही अभिनेत्री अंकिता लोखंडे यानी अर्चना के साथ डेटिंग कर रहे हैं। गुड लक सुशांत।

Sunday, February 5, 2012

अग्निपथ से गंजे खलनायकों की वापसी

अग्रिपथ की कामयाबी से संजय दत्त की खुशी छुपाए नहीं छुप रही। अपने नए अवतार में यह फिल्म विजय दीनानाथ चौहान से ज्यादा कांचा चीना की फिल्म लग रही है। ये फिल्म गंजे खलनायकों को लौटा लाई है, जो निर्दयी शेट्टी, महाबली बॉब क्रिस्टो, उसके बीच शाकाल के रूप में खूब चर्चित हुए। 
पिछले कुछ सालों से ऐसा लग रहा है कि बॉलीवुड के विलेन को षड्यंत्र रचने वाले नाते-रिश्तेदारों, भ्रष्ट पुलिस वालों और नेताओं तक सीमित कर दिया गया। लेकिन संजय दत्त के कांचा चीना के किरदार से यह सब बदलता हुआ दिखाई दे रहा है। संजय दत्त खुद महसूस करते हैं कि अब बेसिक की ओर लौट जाने का समय आ गया है। दत्त कहते हैं, हॉलीवुड में हीरो की ताकत का अंदाज इसी से लगाया जाता है कि उसने कितने ताकतवर विलेन पर जीत दर्ज की। जाहिर है विलेन का ताकतवर होना बहुत अहम् है। हीरो की हीरोगिरी तभी तो जमेगी, जब उसने किसी लार्जर देन लाइफ विलेन को मात दी हो। 

Wednesday, October 5, 2011

बालीवुड की बदल गई है चाल- जिम्‍मी शेरगिल

अभिनेता जिमी शेरगिल ने रोमांस से भरी भूमिकाओं के साथ अभिनय की दुनिया में करियर की शुरुआत की थी लेकिन बीते 11 सालों में उन्होंने कुछ गम्भीर किरदार भी किए हैं। शेरगिल मानते हैं कि उनकी प्रगति धीमी लेकिन स्थिर गति से हुई है और इससे उन्हें तेजी से बदलते बॉलीवुड में अपना मुकाम हासिल करने में मदद मिली है।
शेरगिल कहते हैं, "बॉलीवुड तेजी से बदल रहा है। आप देख सकते हैं कि विविध प्रकार की फिल्में बन रही हैं। व्यावसायिक फिल्में, मसाला फिल्में और गैर परम्परागत फिल्में भी बन रही हैं। फिल्मोद्योग में बहुत से बदलाव हो रहे हैं।" उन्होंने पंजाबी सिनेमा में काफी अभिनय किया है। उनकी नई फिल्म 'साहिब बीवी और गैंगस्टर' है। इन दिनों वह विक्रम भट्ट की 'डेंजरस इश्क' की शूटिंग में व्यस्त हैं। इसे अभिनेत्री करिश्मा कपूर की सिनेमाई पर्दे पर वापसी की फिल्म माना जा रहा है।
शेरगिल ने कहा, "मेरी यात्रा धीमी और स्थिर रही है। मैंने हमेशा व्यावसायिक फिल्मों और गैर परम्परागत फिल्मों में संतुलन बनाने की कोशिश की है। कभी-कभी आपको गैर परम्परागत फिल्मों के लिए ज्यादा सराहना मिलती है और मुझे लगता है कि इस तरह की फिल्में एक अभिनेता के तौर पर मेरे विकास में मददगार रही हैं।"

उन्होंने कहा, "मैं कहूंगा कि मेरी प्रगति ठीकठाक रही है। मुझे नहीं लगता कि मैं ऐसी जगह पहुंच गया हूं जहां मैं कहूं कि मैंने खूब प्रगति कर ली है। मैं कहीं बीच के रास्ते में हूं। मुझे अभी उस स्थान पर पहुंचना है, जहां मैं कह सकूं कि मेरी प्रगति फलदायक रही है।"
शेरगिल ने 'माचिस' में अभिनय से बॉलीवुड में शुरुआत की थी लेकिन यश राज की 'मोहब्बतें' से वह मशहूर हुए। बाद में उन्होंने 'मुन्नाभाई एमबीबीएस', 'लगे रहो मुन्नाभाई', 'देहली हाईट्स' और 'ए वेडनेस्डे' जैसी फिल्मों में अभिनय किया।

Tuesday, October 4, 2011

कैमरे से अभी भी डरता हूं- बिग बी


बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन को फिल्म उद्योग में काम करते चार दशक बीत गए लेकिन कैमरा का सामना करने में उनको अब भी डर लगता है।
अमिताभ ने सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट ट्विटर पर लिखा, "कल फिर से कैमरा के सामने आने को लेकर चिंतित हूं। मुझे इसको लेकर घबराहट और अनिश्चितता है। ऐसा लगता है कि मेरी परीक्षा होगी और उसमें असफल होने का डर है।"
68 वर्षीय अमिताभ ने राम गोपाल वर्मा के साथ फिल्म 'डिपार्टमेंट' की शूटिंग जल्द ही समाप्त की है। उनका कहना है कि वह अभी कई पटकथाओं को पढ़ रहे हैं।
उन्होंने लिखा, "अभी कुछ पटकथाओं को पढ़ना और उनके विषय में निर्णय लेना बाकी है लेकिन यह निर्णय भी लेना एक भार है। कितनी खुशी की बात होती अगर मेरे लिए यह काम कोई और करता।"

Sunday, October 2, 2011

सोलो रोल में नजर आऐंगे प्रतीक

हालिया प्रदर्शित फ‍िल्‍म आरक्षण में दमदार अभिनय करने वाले प्रतीक ने अपनी फ‍िल्‍मी पारी की शुरूआत जाने तू या जाने ना से की थी। अपनी मां स्मिता पाटिल की भांति प्रतीक भी एक मझे हुए कलाकार हैं। हालांकि प्रतीक के पास अभी तक सभी फ‍िल्‍मों के प्रस्‍तावों में उन्‍हें सहायक अथवा सेकेंड रोल ही मिले, लेकिन पहली बार प्रतीक माई फ्रेंड पिंटो में सोलो फ‍िल्‍म करने रहे हैं। प्रतीक एकल अभिनेता के रूप में फिल्म माय फे्रंड पिंटों को लेकर काफी उत्सुक हैं। जाने तू या जाने ना में अपने अभियन के लिए समीक्षकों की तारीफ बटोरने वाले प्रतीक का मानना है कि बॉलीवुड का उनका सफर धीमा लेकिन टिकाऊ है।
प्रतीक ने कहा मुझे लगता है इंडस्ट्री में मेरा सफर धीमा लेकिन टिकाऊ है। मैं अनुभवहीन हूं लेकिन मैं काम करने का इच्छुक और उत्सकु हूं। मैं जो कर रहा हूं उसे मैं पसंद करता हूं और उसका आनंद लेता हूं। मुझे अलग अलग किरदार निभाना पसंद है। मैं ऐसा काम करना चाहता हूं जिससे दर्शकों को आनंद मिले। वर्ष 2008 में जाने तू या जाने ना में जेनेलिया के भाई का किरदार निभाकर बॉलीवुड में अपने कॅरियर की शुरुआत करने वाले प्रतीक की इस फिल्म में उनके अभिनय के लिए काफी सराहना की गई और उन्हें कई पुरस्कार मिलें।
इसके अलावा प्रतीक ने धोबी घाट, दम मारो दम, आरक्षण में भी सराहनीय भूमिका अदा की है। प्रतीक संजय लीला भंसाली की फिल्म माय फे्रंड पिंटो को लेकर काफी हैं। मुख्य किरदार निभाने को लेकर यह उनकी पहली फिल्म हैं। उन्होंने कहा मुख्य कलाकार के रूम में फिल्म की सारी जिम्मेदारी मेरे कंधों पर है। मैं दबाव महसूस कर रहा हूं..लेकिन यह मजेदार और रोमांचक दबाव है। प्रतीक ने कहा जब तक फिल्म रिलीज नहीं हो जाती तब तक के लिए मैंने ब्रह्मचर्य का व्रत ले लिया है। फिल्म की रिलीज के पहले लोग कई काम करते हैं। कुछ लोग आशिर्वाद लेने धार्मिक स्थलों पर जाते हैं, कुछ चीजें दान करने का प्रण लेते हैं और मैंने ब्रह्मचर्य का फैसला किया है। मैं 24 का हूं और यह मेरी परीक्षा है और मुझे विश्वास है कि मै पास हो जाऊंगा। उन्होंने कहा फिल्म में मैं एकल भूमिका में या सहायक किरदार में होना मेरे लिए मायने नहीं रखता। सिर्फ पटकथा और किरदार अच्छा होना चाहिए। माय फ्रेंड पिंटो फिल्म 14 अक्तूबर को रिलीज होने वाली है। फिल्म को भंसाली ने प्रोड्यूज किया है और इसके निर्देशक राघव दर हैं।

Saturday, October 1, 2011

मैं टिपिकल बालीवुड कलाकार नहीं ?

फ़िल्म ‘जिस्म’ से हिंदी सिनेमा जगत में कदम रखने वाले अभिनेता जॉन अब्राहम ने जहां एक ओर ‘धूम’ और ‘दोस्ताना’ जैसी कमर्शियल फ़िल्में की हैं वहीं उन्होंने ‘वॉटर’ और ‘नो स्मोकिंग’ जैसी लीक से हटकर फ़िल्में भी की है. जॉन कहते हैं वो एक्सपेरिमेंट करने से डरते नहीं हैं.
अगर जॉन अब्राहम की माने तो जितने भी युवा फ़िल्म निर्देशक हैं सभी उन्हीं के पास आते हैं. क्योंकि उन्हें पता है कि जॉन रिस्क लेने के लिए हमेशा तैयार रहते हैं.
जॉन की नई फ़िल्म फोर्स 30 सितंबर को रिलीज़ हो चुकी है. फोर्स एक तमिल फ़िल्म का रिमेक है. इस फ़िल्म के लिए जॉन ने अपनी बॉडी पर खासतौर पर काम किया. जॉन कहते हैं क्योंकि ये एक एक्शन फ़िल्म है तो फ़िल्म के निर्देशक निशिकांत कामत चाहते थे कि वो हॉलीवुड अभिनेता सिल्वेस्टर स्टेलॉन की तरह अपनी बॉडी बनाएं.
जॉन कहते हैं, ''सिल्वेस्टर स्टेलॉन की तरह अपने शरीर को तराशना आसान नहीं था. इस काम में मुझे आठ महीने का समय लगा. मैंने कड़ी मेहनत की, अपनी हर सीमा को तोडा. कभी कभी मैं हार भी मान जाता था, लेकिन मेरे ट्रेनर ने मुझे हारने नहीं दिया. वो मुझे हर बार बस यही कहते थे की जॉन थोड़ी मेहनत और, बस थोड़ी मेहनत और. और देखिये आज परिणाम आप सबके सामने है.''
साथ ही जॉन मानते हैं कि फ़िल्में एक विज़ुअल मीडियम है, इसलिए पर्दे पर अच्छा दिखना बहुत ज़रूरी है. जॉन अपने समकालीन अभिनेताओं के बारे में कहते हैं, ''सलमान ख़ान, आमिर ख़ान, अजय देवगन और ह्रितिक रोशन सभी पर्दे पर बहुत अच्छे दिखते हैं. सभी ने अपनी बॉडी और फिटनेस पर काम किया है. मैं उम्मीद करता हूं कि मैं भी इन सब की बराबरी कर पाऊं.''
आपकी जानकारी के लिए बता दें, जॉन अब्राहम की हालिया प्रदर्शित फि‍ल्‍म फोर्स को बॉक्‍स आफ‍िस पर अच्‍छा रिस्‍पांस मिला है। और सिनेप्रेमी दर्शक जॉन अब्राहम की लुक के अलावा उनके इस फ‍िल्‍म में निभाएं किरदार को भी काफी पसंद कर रहें हैं। गुड लक जॉन।

आई लव टू डू ठुमका

अभिनेत्री शिल्‍पा शेट्टी से कौन अपरिचित हो सकता है। भले ही लोग उनके अभिनय से अधिक प्रभावति न हो लेकिन लोग आज भी उनके ठुमकों के दीवाने हैं। कुछ ऐसा ही मानना अभिनेत्री शिल्‍पा शेट्टी का भी है। डांस को अपना पैजन मानने वाली शिल्‍पा जल्‍द ही अपनी एक नई फि‍ल्‍मी पारी शुरू करने जा रही है। अपनी आनेवाली फ़िल्म 'द डिज़ायर' में अभिनेत्री शिल्पा शेट्टी एक ओडिसी डांसर की भूमिका में हैं.
फ़िल्म में अपने किरदार को निभाने के लिए शिल्पा ने ओडिसी की ट्रेनिंग ली है.
द डिज़ायर में शिल्पा ने किरदार पर रौशनी डालते हुए बताया, ''गौतमी एक ऐसी लड़की है जो अपनी शर्तों पर जीना चाहती है. वो शादी के खिलाफ़ है, क्योंकि उसने अपने माता पिता की असफ़ल शादी देखी है. गौतमी का जीवन में बस यही ध्येय है कि वो ओडिसी को आगे ले जाए सारी दुनिया के सामने रखे.’’
शिल्पा कहती हैं कि उन्होंने पर्दे पर गौतमी का किरदार निभाना इसलिए चुना क्योंकि एक तो इस बहाने उन्हें ओडिसी सीखने का मौका मिला.
शिल्पा कहती हैं ''डांस मेरी ख़ासियत है, और इस फ़िल्म में डांस स्क्रिप्ट का हिस्सा है, कहीं भी ज़बरदस्ती या थोपा हुआ नहीं है.''
इस फ़िल्म में शिल्पा के साथ हैं चीन के अभिनेता ज़िया यू. शिल्पा कहती हैं शायद ही अपने पहले कभी भारतीय और चीनी प्रेम कहानी देखी हो.
फ़िल्म के कुछ हिस्सों में शिल्पा शेट्टी बिना बालों के हैं. शिल्पा कहती हैं कि उनका बिना बालों वाला लुक फ़िल्म की पटकथा का ही हिस्सा है. वो कहती हैं, ''मैं तो चाहती थी कि मैं सच में फ़िल्म के इन दृश्यों के लिए अपना सिर मुंडवा दूं, लेकिन मैं एक शम्पू की ब्रैंड एम्बैसेडर हूं और ऐसा नहीं कर सकती. वैसे भी ये दृश्य फ़िल्म में बस कुछ ही देर के लिए हैं, फ़िल्म के अंत की करीब.''
इस फ़िल्म की निर्माता हैं शिल्पा की मां सुनंदा शेट्टी और निर्देशक हैं आर सरथ.